MA Course Details In Hindi- मास्टर ऑफ आर्ट्स अर्थात् एम०ए० एक सर्वविदित परास्नातक स्तर का डिग्री कोर्स होता है। इस डिग्री को मुख्य रूप से बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त करने के बाद सम्पूर्ण की जाती है। भारत के सभी विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालय परास्नतकीय स्तर के कोर्स मास्टर ऑफ आर्ट्स में प्रवेश के लिए समय—समय पर आवेदन निकालते हैं। इस काेर्स को सम्पन्न करने के बाद छात्र व छात्रायें अपने कैरियर में काफी अधिक विकल्पों की तलाश करने लगते हैं।
मास्टर ऑफ आर्ट्स करने के बाद कोई भी छात्र या छात्रा किसी भी इंटर कॉलेज में अध्यापन का कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त समय—समय पर काफी विभागों में परास्नतक स्तर की वैकेंसी भी निकाली जाती हैं। इस प्रकार से यदि कोई भी छात्र स्नातक करने के पश्चात इस काेर्स को करना चाहता है तो MA Course Details In Hindi के बारे में अवश्य पढ सकता है।
MA Course Details In Hindi
कोर्स का नाम | मास्टर ऑफ आर्ट्स एम०ए० Master In Arts |
योग्यता | बैचलर ऑफ आर्ट्स (स्नातक) बी०ए०Bachelor In Arts |
डिग्री प्रदान करने वाले संस्थान | सभी केन्द्रीय व राजकीय विश्वविद्यालय तथा उनसे सम्बद्ध सभी महाविद्यालय |
प्रवेश परीक्षायें | CUET PG तथा अन्य विश्विद्यालयों द्वारा पृथक से निकाले जाने वाले आवेदन फार्म |
फीस | 6000 से 2000 रूपये प्रति सेमेस्टर |
कोर्स की अवधि | दो वर्ष कुल 04 सेमेस्टर |
MA Full Form In Hindi
MA एक परास्नातक स्तर का डिग्री कोर्स हाेता है। MA की फुल फॉर्म Master of Arts होती है। एम०ए० को हिंदी में परास्नातक कहते हैं। यह डिग्री कोर्स दो वर्ष का होता है। इसको किसी भी विश्वविद्यालय से किया जा सकता है। यह अलग-अलग विषयों में चार सेमेस्टर में सम्पन्न कराया जाता है । एम०ए० के काेर्स में मानविकी विज्ञान अर्थात् मानविकी विज्ञान‚ भूगोल‚ कला‚ इतिहास‚ राजनीति शास्त्र‚ शिक्षा शास्त्र‚ अग्रेंजी‚ हिंदी‚ अर्थशास्त्र‚ जैसे काफी विषयों के बारे में विस्तार से अध्ययन किया जाता है। इन विषयों में रिसर्च के लिए भी परास्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है।
MA Subject List In Hindi
कोई भी छात्र या छात्रा परास्नातक की डिग्री को विभिन्न विषयों में कर सकता है। इन विषयों में परास्नातक या मास्टर ऑफ आर्ट्स करने के लिए स्नातक में सम्बन्धित विषय का होना अनिवार्य होता है। कुछ विश्वविद्यालयों में स्नातक के तृतीय वर्ष में दो विषयों का चयन किया जाता है। इन दो विषयों में से किसी भी एक विषय में आप मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर हॉनर्स की डिग्री प्रदान की जाती है जिनमें मुख्य रूप से एक विषय का ही अध्ययन कराया जाता है। इसी आधार पर परास्नातक में सिर्फ एक ही विषय का चयन किया जाता है।
मास्टर ऑफ आर्ट्स को निम्न विषयों में किया जा सकता है-
- अर्थशास्त्र
- इतिहास
- राजनीति शास्त्र
- अंग्रेजी
- मनोविज्ञान
- भूगोल
- हिंदी
- दर्शनशास्त्र
- सामाजिक विज्ञान
- कला
- रक्षा शास्त्र
- दर्शनशास्त्र
- सामाजिक कार्य
- संस्कृत
- लाइब्रेरी सांइस
- लोक प्रशासन
- उर्दू
- तमिल
- गणित
- गृह विज्ञान
- मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिस्जम
- योगा
MA Course Karne Ke Fayde
मास्टर ऑफ आर्ट्स को किसी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से करने के निम्नलिखित फायदे होते हैं।
- मास्टर ऑफ़ आर्ट्स को करने के बाद कोई भी छात्र या छात्रा किसी भी इंटरमीडिएट कॉलेज में आसानी से PGT की परीक्षा को उत्तीर्ण कर अपने विषय में लेक्चरर बन सकते है.
- मास्टर ऑफ़ आर्ट्स को करने के बाद यदि आप सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं, तो आप MA में लिए गए विषय को सिविल सर्विस की मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में ले सकते है.
- यदि कोई भी छात्र रिसर्च करना चाहता है तो वह मास्टर ऑफ़ आर्ट्स में लिए गए विषय से Phd कर सकते हैं.
- Phd में प्रवेश लेने के लिए UGC NET की परीक्षा को उत्तीर्ण कर आसानी से किसी भी यूनिवर्सिटी में प्रवेश ले सकते है. खास बात यह भी है कि इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद केंद्र सरकार द्वारा स्कालरशिप भी प्रदान की जाती है.
MA Course Duration In Hindi
भारत के सभी केंद्रीय तथा राजकीय विश्वविद्यालयों में मास्टर ऑफ़ आर्ट्स के डिग्री कोर्स को दो वर्ष की अवधि में संपन्न कराया जाता है .
इस कोर्स को कुल चार सेमेस्टर में कराया जाता है . मास्टर ऑफ़ आर्ट्स के कुछ विषयों में अलग-अलग यूनिवर्सिटीज द्वारा एक वर्ष से डेढ़ वर्ष की अवधि में भी कराया जाता है. हालाँकि इन डिग्री कोर्स को मास्टर ऑफ़ आर्ट्स के अलावा दूसरे नाम से जाना जाता है .
MA Course Fees
विभिन्न केंद्रीय तथा राजकीय विश्वविद्यालयों में मास्टर ऑफ़ आर्ट्स के डिग्री कोर्स के लिए अलग-अलग फीस निर्धारित की जाती है. इसमें सभी पाठ्यक्रमों के आधार पर फीस का निर्धारण किया जाता है. सामान्य रूप से मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की फीस 5000 रुपये से 20000 रुपये प्रति सेमेस्टर के बीच निर्धारित की जाती है. यह फीस सरकारी तथा प्राइवेट कॉलेज में अलग-अलग होती है.
MA Course Fees In Government college
केंद्रीय विश्वविद्यालय जैसे दिल्ली यूनिवर्सिटी, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, जामिआ मिलिआ विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, इलाहबाद यूनिवर्सिटी आदि तथा राजकीय विश्वविद्यालय जैसे कानपुर यूनिवर्सिटी, रोहिलखण्ड यूनिवर्सिटी, लखनऊ यूनिवर्सिटी आदि में मास्टर ऑफ़ आर्ट्स में प्रति सेमेस्टर 3000 रुपये से 15000 रुपये फीस के रूप में लिए जाते है. इस प्रकार मास्टर ऑफ़ आर्ट्स के पुरे दो वर्ष के लिए लगभग 20000 हज़ार से 50000 रुपये के बीच निर्धारित की गई है.
MA Course Fees In Private College
प्राइवेट कॉलेज जो किसी न किसी राजकीय अथवा केंद्रीय यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध होते है, के द्वारा भी मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की डिग्री कोर्स प्रदान की जाती है. प्राइवेट कॉलेज में प्रति सेमेस्टर 20000 रुपये से लेकर 50000 रुपये तक की फीस निर्धारित की जाती है. मास्टर ऑफ़ आर्ट्स के सम्पूर्ण डिग्री कोर्स के लिए दो वर्ष की अवधि में 50000 से 2 लाख रुपये तक की फीस वसूली जाती है.
MA Course Eligibility In Hindi
देश में मौजूद केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा राजकीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने के लिए निम्न योग्यताओं को पूर्ण किया जाना आवश्यक होता है.
- अभ्यर्थी को इंटरमीडिएट में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है.
- छात्र व् छात्रों को स्नातक में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए.
- मास्टर ऑफ़ आर्ट्स में प्रवेश लेने के लिए कोई भी न्यूनतम आयु नहीं होती है.
- यदि कोई छात्र या छात्र अनुसूचित जाती या अनुसूचित जनजाति अथवा अन्य पिछड़ा वर्ग से आता है तो उसके लिए जाति प्रमाण पत्र का होना अनिवार्य होता है.
- सभी अभ्यर्थिओं के पास निवास प्रमाण पत्र तथा पारिवारिक आय प्रमाण पत्र का होना भी अनिवार्य है.
Conclusion
मास्टर ऑफ़ आर्ट्स में प्रवेश लेने के लिए निर्धारित योग्यताओं को पूर्ण करने के बाद बाद आप सम्बंधित पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस एग्जाम में आवेदन फॉर्म भर सकते है. इस प्रवेश परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने के बाद आप काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेकर अपनी मेरिट के अनुसार अलॉट किये गए महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकते है.
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