NEET Ki Taiyari Kab Se Kare एक ऐसा विषय है जिसके लिए बायोलॉजी लेने वाला प्रत्येक विधार्थी तैयारी करता है। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य इंटरमीडिएट के बाद विभिन्न मेडिकल यूनिवर्सिटीज में अलग-अलग मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश लेना होता है। देश में काफी बड़े-बड़े कोचिंग संस्थान इस परीक्षा के लिए काफी पहले से ही फाउंडेशन कोर्सेज संचालित करना प्रारम्भ कर देते है।
यदि कोई भी छात्र NEET एग्जाम को अपने पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण करना चाहता है तो छात्र को अपनी बेसिक फाउंडेशन पर काफी कड़ी मेहनत करना पहले से ही प्रारम्भ कर देना चाहिए। आइये NEET Exam की तैयारी से संबधित काफी महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
नीट की तैयारी कब से शुरू करें?। NEET Ki Taiyari Kab Se Kare
नीट की तैयारी प्रारम्भ करने के लिए सबसे पहले माइंडसेट बनाने की आवश्यकता होती है। हाई स्कूल की परीक्षाएं उत्तीर्ण करने के बाद सबसे पहले इस बात पर मंथन किया जाना चाहिए की छात्र को किस फील्ड में करियर बनाना अच्छा लगता है। यदि छात्र आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहता है तो फर्स्ट ईयर में बायोलॉजी स्ट्रीम का चयन किया जाना अनिवार्य होता है।
जब छात्र इलेवेंथ क्लास में बायोलॉजी स्ट्रीम का चयन कर लेता है इसके बाद उसको चाहिए की वह सिलेबस में आने वाले सभी कॉन्सेप्ट्स को समझने पर ज्यादा जोर दे। यही से नीट की परीक्षा की तैयारी के लिए फाउंडेशन बनना प्रारम्भ होता है।
NEET ki Taiyari Kaise Kare Ghar Par
नीट के एंट्रेंस एग्जाम की तयारी घर पर करने के लिए सबसे पहली बात यह है की आपको अपनी टेक्स्ट बुक्स के कॉन्सेप्ट्स को काफी गहराई से पढ़ लेना चाहिए। इसके अतिरिक्त आज कल ऑनलाइन कोचिंग भी स्टार्ट हो चुकी है जिनकी आप सहायता ले सकते है। कुछ अन्य ध्यान रखने योग्य बिंदु इस प्रकार हैं –
- सबसे पहले आप अपना लक्ष्य निर्धारित करें कि आपको मेडिकल फील्ड में जाना है अथवा किसी और फील्ड में करियर बनाने के लिए विचार कर रहे हैं।
- हाई स्कूल से ही बेसिक कॉन्सेप्ट्स पर पकड़ बनाये रखने की कोशिश करें।
- NCERT टेक्स्ट बुक्स पर अधिक से अधिक फोकस करें।
- प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स को जरूर सोल्व करें।
- किसी भी ऑनलाइन कोचिंग की सहायता ले सकते हैं।
नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए
यदि कोई भी छात्र NEET की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा है तो उस छात्र को चाहिए कि वह अधिक से अधिक समय अपनी पढ़ाई पर ही लगाए। आज के दौर में कम्पटीशन इतनी कठिन होती जा रही है कि आपको अपना सर्वश्रेष्ठ देना ही पड़ेगा। नीट की तैयारी के लिए अमूमन छात्र को लगभग 6 से 8 घंटे की पढ़ाई अनिवार्य रूप से करनी ही चाहिए।
12 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare
यदि कोई छात्र इंटरमीडिएट उत्तीर्ण कर चूका है तो वह किसी भी कोचिंग संसथान में एक वर्ष का फाउंडेशन कर सकता है। विभिन्न कोचिंग द्वारा इस तरह के कोर्सेज चलाये जाते हैं। यदि आप कोचिंग नहीं करने की सोच रहे है तो आप घर पर भी सेल्फ स्टडी के माध्यम से इस परीक्षा को क्रैक कर सकते हैं।
नीट की तैयारी के लिए बेस्ट बुक
नीट की परीक्षा के लिए आज कल काफी बुक्स आ चुकी है। यदि आप जेन्युइन और सबसे बेस्ट बुक्स की बात करें तो सभी विषयो की बेस्ट बुक्स नीचे दी जा रही है।
- बायोलॉजी – NCERT Text Book Class 11th and 12th
- फिजिक्स – NCERT Text Book Class 11th and 12th
- केमिस्ट्री – NCERT Text Book Class 11th and 12th
नीट एग्जाम के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?
नीट एग्जाम में एप्लीकेशन फॉर्म भरने के लिए किसी भी छात्र की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। इस परीक्षा की अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं निर्धारित की गई है।
नीट में कितना खर्च आता है?
यदि इस परीक्षा की तैयारी में आने वाले खर्च की बात करे तो अलग अलग कोचिंग संस्थानों द्वारा अलग अलग फीस चार्ज की जाती है।
- एक वर्षीय कोचिंग फाउंडेशन के लिए लगभग 50000 रुपये से लेकर 100000 रुपये तक की फीस ली जाती है।
- यदि आप एक से अधिक वर्ष के लिए फाउंडेशन कोर्स करते है तो यह फीस और अधिक हो जाती है।
नोट – नीट की परीक्षा की तैयारी के लिए देश भर काफी कोचिंग इंस्टिट्यूट खुल चुके है जिनमे बहुत भीड़ होने लगी है। यदि आप किसी कोचिंग इंस्टिट्यूट में फाउंडेशन करना चाहते है तो काफी कोचिंग इंस्टिट्यूट स्कालरशिप टेस्ट भी करते जिनके माध्यम से आपको कोचिंग फीस में काफी हद तक राहत भी मिलती है।
आपको किसी भी कोचिंग संस्थान पर आँख मूंद कर भरोसा नहीं करना चाहिए। सबसे पहले आप उस कोचिंग इंस्टिट्यूट का रिजल्ट तथा फीस की जानकारी जिससे कि आप यह जान पाएं की आपके लिए कौन सी कोचिंग सही रहेगी।
नीट की तैयारी कौन सी क्लास से करनी चाहिए?
किसी भी छात्र को नीट की तैयारी हाई स्कूल उत्तीर्ण करते ही शुरू कर देनी चाहिए। इसका कारण यह है कि नीट में आने वाला सिलेबस फर्स्ट ईयर तथा इंटरमीडिएट का ही होता है। इस लिए यदि कोई छात्र नीट की तैयारी हाई स्कूल के बाद से प्रारम्भ कर देता है तो उसको इस परीक्षा में अच्छे मार्क्स लाने में अधिक परशानी नहीं होती है।
नीट में कितने सब्जेक्ट होते है?
इंटरमीडिएट के बाद यदि आप मेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है तो आपको नीट की परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में निम्न तीन विषयों से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है।
- फिजिक्स
- केमिस्ट्री
- बायोलॉजी
NEET का पेपर कितनी बार दे सकते हैं?
नीट एग्जाम का पेपर देने के लिए कोई लिमिटेशंस नहीं है। इस परीक्षा को आप इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद से दे सकते है। इस परीक्षा में न्यूनतम आयु 17 वर्ष निर्धारित की गई है। नीट की परीक्षा को आप असीमित बार दे सकते हैं।
नीट में पास होने के बाद क्या होता है?
जब कोई छात्र नीट की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेता है तब वह किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज से MBBS डिग्री के लिए एडमिशन ले सकता है। नीट के स्कोर कार्ड से BAMS, BHMS, BUMS, B.Sc Nursing आदि कोर्सेज में भी प्रवेश मिलता है। इन सभी में नीट एग्जाम के स्कोर कार्ड के आधार पर ही आपको प्रवेश दिए जाता है।
नीट में कितने नंबर आने पर सरकारी कॉलेज मिलता है?
यदि आप भी किसी सरकारी कॉलेज से मेडिकल डिग्री हासिल करना चाहते है तो इसके लिए काफी अच्छे नीट स्कोर की आवश्यकता होती है। MBBS के लिए गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन हेतु लगभग 600 मार्क्स से अधिक लाने पर ही आपको गवर्नमेंट कॉलेज मिलता है। यदि आप 600 से कम अंक लाते हैं तो आपको गवर्नमेंट कॉलेज मिलने में कठिनाई हो सकती है।
निष्कर्ष
अंत में, यदि कोई छात्र मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहता है तो इसके लिए इंटरमीडिएट के बाद नीट की परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में अच्छे अंक लाने पर गवर्नमेंट कॉलेज मिलता है जिससे आप MBBS आदि की डिग्री हासिल कर सकते है।
आप नीट की तैयारी के लिए हाई स्कूल के बाद से ही प्रयासरत हो जाइये। इसके लिए सबसे जरुरी बात यह है कि बेसिक कॉन्सेप्ट्स को समझना बेहद जरुरी होता है। नीट की तैयारी के लिए आपको बहुत अधिक दौड़ने भागने की जरुरत नहीं होती है। आपको सबसे जरुरी चीज़ यह करनी होती है कि आप पुरे सिलेबस को अच्छे से पढ़े और प्रीवियस ईयर पेपर्स को जरूर सोल्व करें।
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