D Pharma Karne Ke Bad Government Job List

D Pharma Karne Ke Bad Government Job: वैसे तो मेडिकल क्षेत्र में काफी अलग-अलग कोर्सेज होते है जिनको करने के बाद कोई भी आसानी से बेहतरीन गवर्नमेंट जॉब पा सकता है। जब बात डी फार्मा की आती हो तो इसकी बात ही अलग है। 

डी फार्मा करने का सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि आप इस डिप्लोमा कोर्स को सीधे इंटरमीडिएट के बाद ही कर सकते है। इस कोर्स को करने से आप आसानी से गवर्नमेंट जॉब भी कर सकते है और अपना खुद का मेडिकल स्टोर भी खोल सकते है। आइये D Pharma Karne Ke Bad Government Job के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं। 

D Pharma Jobs In Government Sector

समय-समय पर गवर्नमेंट सेक्टर में भी फार्मासिस्ट की जॉब्स आती रहती है। हालाँकि पहले की अपेक्षा अब सरकारी जॉब्स में काफी कमी देखने को मिलती है। गवर्नमेंट सेक्टर में भी डी फार्मा करने के बाद फार्मासिस्ट के पद पर नौकरी की जा सकती है। गवर्नमेंट द्वारा सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्ट के पदों पर वेकन्सी निकली जाती है जो आप गवर्नमेंट के स्वास्थ्य  विभाग की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते है। 

D Pharma Karne Ke Bad Government Job Salary

किसी भी रेपुटेड म,मेडिकल यूनिवर्सिटी से डी फार्मा का कोर्स कर लेने के बाद गवर्नमेंट जॉब मिलना अधिक आसान हो जाती है। कई मेडिकल कॉलेज में डी फार्मा उत्तीर्ण होने के तुरंत बाद प्लेसमेंट भी मिल जाता है। डी फार्मा करने के बाद शुरुआती स्तर पर 25000 रुपये से गवर्नमेंट जॉब  में सैलरी की शुरुआत होगी। 

D Pharma Jobs In Hospital

डी फार्मा का कोर्स समपन्न होने के बाद कई बड़े-बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल्स प्लेसमेंट भी देते है। इन हॉस्पिटल्स में बेहतरीन स्किल वाले छात्रों को चुना जाता है। देश के कुछ हॉस्पिटल्स जो डी फार्मा के बाद डायरेक्ट प्लेसमेंट देते है उनकी सूची इस प्रकार है-

  • Fortis Hospital
  • Apollo Hospital
  • Regency Hospital
  • Dr. Titoria Clinics
  • Panacea Biotec
  • Cipla
  • Dabur
  • Indira IVF Hospital
  • Torrent Pharmaceuticals, etc.

D Pharma Vacancy In UP

डी फार्मा करने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य में भी कई बड़े बड़े हॉस्पिटल्स फार्मसिस्ट के पद पर जॉब्स ऑफर करते है। कई फार्मास्यूटिकल कम्पनीज डायरेक्ट प्लेसमेंट्स भी देती है। डी फार्मा के बाद उत्तर प्रदेश में कुछ फार्मासिस्ट के पद पर वेकन्सी नीचे दी जा रही जिनमे आप इनडीड जॉब पोर्टल के माध्यम से अप्लाई भी कर सकते है। 

  • मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव
  • सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव 
  • ICU नर्स 
  • फार्मासिस्ट 
  • रिटेल फार्मासिस्ट आदि 

D Pharma Salary

डी फार्मा के बाद गवर्नमेंट जॉब में 25000 रुपये से लेकर 35000 रुपये प्रति माह तक की सैलरी मिलती है। इसके अलावा प्राइवेट जॉब में 20000 रुपये से लेकर 30000 रुपये तक प्रति माह सैलरी मिलती है। 

डी फार्मा करने के बाद कितने मेडिकल खोल सकते हैं?

फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के नियमो के अंतर्गत डी फार्मा करने के बाद एक व्यक्ति अपने नाम से सिर्फ एक ही मेडिकल स्टोर खोल सकता है। इससे अधिक खोलने पर आपका लाइसेंस निरस्त कर दिया जायेगा। 

डी फार्मा की पात्रता क्या है?

डी फार्मा को करने के लिए किसी भी छात्र के लिए न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट होती है। यदि कोई छात्र इंटरमीडिएट कर चूका है तो वह इस डिप्लोमा कोर्स को करने के लिए अर्ह होगा। डी फार्मा को करने के लिए किसी भी स्ट्रीम आप इंटरमीडिएट कर सकते है। इसके लिए बायोलॉजी विषय की बाध्यता नहीं होती है। इस डिप्लोमा कोर्स के लिए न्यूनतम आयु 16 वर्ष होती है। 

डी फार्मा के बाद कौन सा कोर्स सबसे अच्छा है?

यदि कोई छात्र डी फार्मा कर चुका है और अपने लिए करियर में बेहतर विकल्पों को तलाश रहा है तो बैचलर ऑफ़ फार्मेसी की डिग्री ले सकता है। इस डिग्री को भारत की कई मेडिकल यूनिवर्सिटीज संचालित करती है। बैचलर ऑफ़ फार्मेसी को करने के बाद कोई भी छात्र मेडिकल फील्ड में और अच्छी सैलरी वाली जॉब्स भी आसानी से पा सकता है। 

क्या डी फार्मा डॉक्टर के बराबर है?

यह एक विवादित प्रश्न है। फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया ने लगभग पांच वर्ष पहले एक आदेश जारी किया था जिसमे डी फार्मा करने वाले अभ्यर्थियों को भी अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाने की अनुमति दी गई। परन्तु इस फैसले का काफी विरोध किया गया था। इसके बाद फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया ने इस आदेश पर पुनः कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की थी। इसके बाद काफी लोग असमंजस में रहते है कि डी फार्मा के बाद अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाए अन्यथा नहीं लगाए। 

डी फार्मा की सैलरी कितनी होती है? 

डी फार्मा करने के बाद जब आपकी  गवर्नमेंट जॉब लगती है तो शुरुआती दौर में आपको लगभग 25000  रुपये की सैलरी दी जाती है। D Pharma Karne Ke Bad Government Job में अमूमन प्रति वर्ष सैलरी की वृद्धि देखी जाती है। डी फार्मा करने के बाद सरकारी नौकरी में पांच साल बिताने के बाद आपकी सैलरी लगभग 40000 रुपये तक पहुंच जाती है। 

डी फार्मा करने के बाद यदि आप प्राइवेट जॉब में जाते है तो वह भी शुरुआती तौर पर आपको 20000 रुपये से लेकर 30000 रुपये तक की सैलरी दी जाती है जो कि समय समय पर हॉस्पिटल द्वारा बड़ाई जाती रहती है। 

डी फार्मा में कौन कौन से विषय होते हैं?

डी फार्मा एक डिप्लोमा कोर्स होता है जो कि चार सेमेस्टर में आयोजित कराया जाता है। सभी सेमेस्टर में अलग अलग विषय पढ़ाये जाते हैं। उन विषयों की सूची अब्रॉड एजुकेशन पोर्टल Leverage Education के अनुसार  निम्नानुसार है-

D Pharma First Year Subjects

  • फार्मास्यूटिक्स
  • फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री 
  • फार्माग्रॉसी 
  • बायो केमिस्ट्री एंड क्लीनिकल पैथोलॉजी 
  • हेल्थ एजुकेशन एंड कम्युनिटी फार्मेसी 
  • ह्यूमन एनाटोमी एंड फिजियोलॉजी 

D Pharma Second Year Subjects

  • फार्माकोलॉजी 
  • फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री 
  • फार्माको ग्रोसी टॉक्सिकोलॉजी 
  • फार्मास्यूटिकल जुरीसप्रूडेंस 
  • ड्रगस्टोर मैनेजमेंट 
  • हॉस्पिटल क्लीनिकल मैनेजमेंट 

डी फार्मा कितने साल का है?

इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद डी फार्मा में प्रवेश मिलता है। डी फार्मा कोर्स की अवधि दो वर्ष की होती है। इस कोर्स को चार सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है। एक वर्ष में दो सेमेस्टर पढ़ाये जाते है। इस तरह से कुल दो वर्ष में चार सेमेस्टर की पढ़ाई संचालित कराई जाती है। 

डी फार्मा की फीस कितनी है?

भारत के अलग अलग मेडिकल कॉलेज में डी फार्मा की फीस अलग अलग निर्धारित की गई है। डी फार्मा की फीस उत्तर प्रदेश राज्य में 45000 रुपये प्रति वर्ष निर्धारित की गई है। इस कोर्स की अवधि दो वर्ष होती है। इसके अनुसार डी फार्मा की दो वर्ष की कुल फीस 90000 रुपये निर्धारित की गई है। इस फीस में होस्टेल फीस, लांड्री फीस आदि अन्य व्यय शामिल नहीं किये गए है। 

निष्कर्ष

डी फार्मा करने के बाद आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल में आसानी से फार्मासिस्ट की जॉब हासिल कर सकते है। यदि आप जॉब नहीं करना चाहते है तो आप मेडिकल स्टोर भी आसानी से खोल सकते है। इसके लिए आपको लाइसेंस लेना पड़ता है जो कि बेहद आसानी से मिल जाता है।

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